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पीरियड्स में खून के थक्के आने के 3 कारण और उनके इलाज (Period Me Blood Ka Thakka Aana)

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क्या आपको महीने के कुछ दिन पेट के निचले हिस्से में असहनीय दर्द होता है? आपको यह दर्द पीरियड्स से पहले, उसके दौरान या उसके बाद होता है? यह दर्द बढ़ते हुए आपकी पीठ और जांघों तक पहुंच जाता है?

पीरियड्स के दौरान इन हालात से गुजरने वाली आप अकेली नहीं हैं। कई महिलाओं को इन लक्षणों के साथ-साथ उलटी करने का मन करता है। दस्त लगती है। सिरदर्द भी होता है और चक्कर भी आते हैं। यही नहीं, पीरियड्स के दौरान खून के थक्के (period me blood ka thakka aana) भी आते हैं। इस स्थिति में किसका मन बार-बार पैड्स बदलने का करेगा?

दरअसल, ये समस्याएं पीरियड्स में ब्लड क्लॉटिंग यानी खून के थक्के (blood ka thakka) बनने से जुड़ी हुई हैं। आज हम आपको पीरियड्स के दौरान खून के थक्के बनने की विस्तार से जानकारी देंगे, ताकि आप इस स्थिति से आसानी से निपट सकें। लेकिन एक बात याद रखें, कुछ लोग इसे पीरियड में मांस के टुकड़े आना भी समझ बैठते हैं। लेकिन यह होता जमे हुए खून का थक्का ही है।

पीरियड्स में इतना दर्द क्यों होता है? (Period Main Itna Dard Kyu Hota Hai?)

हम जानते हैं कि आम तौर पर पीरियड्स 28 दिन पर आते हैं। ज्यादातर महिलाएं चार से सात दिन तक पीरियड्स में रहती हैं। लेकिन इस दौरान कई महिलाओं को बहुत ज्यादा ब्लीडिंग और दर्द होता है। अब हम जो जानकारी दे रहे हैं, वह इस तरह के पीरियड्स के दौरान आपके खूब काम आएगी। इस स्थिति की कई वजहें हैं। जैसे:

  • पीरियड के दौरान अगर शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टोरेन हार्मोन की मात्रा में बदलाव आता है और इनका संतुलन बिगड़ता है, तो इसकी वजह से गर्भाशय की लाइनिंग को नुकसान पहुंचता है। इससे, शरीर से अनावश्यक ऊतक और खून निकलता है।
  • यूट्रस के वॉल पर गैर-कैंसर टिश्यू अजीब तरीके से बढ़ते हैं।इस स्थिति में भी पीरियड्स के दौरान बहुत दर्द होता है।
  • जिन महिलाओं में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टोरेन हार्मोन ज्यादा बनते हैं उन्हें असहनीय दर्द होता है।

लेकिन इन स्थितियों से घबराने की जरूरत नहीं है। अगर आपको कुछ असामान्य लगता है, तो अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।

यह भी पढ़ें – पीरियड में पेट दर्द का घरेलू उपाय | जानिए पीरियड के समय होने वाले दर्द से बचने के लिए कौन से तरीके अपनाएं?

पीरियड में मांस के टुकड़े आना क्या होते हैं और क्यों बनते हैं? (Period Main Khoon Ke Thakke Aana Kya Hota Hai Aur Kyu Bante Hai?)

चलिए, हमने अब तक आपको बताया है दर्द होने की वजह। अब आपको बताते हैं कि खून के थक्के क्यों बनते और पीरियड्स के दौरान निकलते हैं? अगर आपको नहीं पता है, तो जान लीजिए कि पीरियड्स के दौरान ज्यादातर ब्लड क्लॉट्स नॉर्मल होते हैं।

दरअसल, पीरियड्स के दौरान आप जैली (पीरियड में मांस के टुकड़े आना) जैसी जो चीज देखती हैं वह आम तौर पर जमा हुआ खून होता है। यही ब्लड माहवारी के दौरान गर्भाशय से बाहर निकलता है। अगर बड़े-बड़े खून के थक्कों के साथ हैवी पीरियड्स फ्लो, बहुत ही दर्दनाक क्रैम्प्स भी होते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है।

माहवारी की शुरुआत और आखिर में ब्लड क्लॉट्स का रंग चमकीला लाल हो सकता है। लेकिन जब फ्लो बहुत ज्यादा होता है तो रंग गहरा लाल या मरून हो सकता है। तो, अब हम आपको बताते हैं कि पीरियड में मांस के टुकड़े क्यों आते हैं?
साथ ही, यह भी जान लीजिए कि रक्त के बड़े थक्कों को बाहर निकालने के लिए आपकी गर्भाशय ग्रीवा को चौड़ा होना पड़ता है। इस स्थिति में दर्द तेज़ हो सकता है। बड़े क्लॉट्स बनने के कई कारण हो सकते हैं:

  • थायरॉयड
  • गर्भाशय पॉलीप्स
  • ब्लीडिंग डिसऑर्डर
  • गर्भाशय या गर्भाशय ग्रीवा में कैंसर

पीरियड्स के दौरान खून के थक्के आने के 3 मुख्य कारण क्या हो सकते हैं? (Periods Ke Saath Khoon Ke Thakke Ke Kya Karan Ho Sakte Hai?)

पीरियड्स में खून के थक्के

सामान्य थक्के, आकार में मूंगफली के दाने जितने होते हैं। ये सिर्फ माहवारी की शुरुआत में देखे जाते हैं। अगर रक्त के थक्के आकार में बड़े होते हैं और भारी प्रवाह के साथ होते हैं, तो इसका मतलब है कि सैनिटरी पैड को बार-बार बदलना पड़ता है। लेकिन इसकी वजहें अलग-अलग हैं।

  1. फाइब्रॉएड, एंडोमेट्रियोसिस और एडिनोमायोसिस जैसी स्थितियां जो गर्भाशय को बड़ा करती हैं और यह आपके गर्भाशय की दीवार पर दबाव डाल सकती हैं। इससे फ्लो भी भारी होता है और थक्के बढ़ सकते हैं।
  2. कैंसरयुक्त ट्यूमर भी इसकी वजह हो सकती है।
  3. गर्भाशय की परत ठीक से बढ़ने के लिए एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का संतुलन जरूरी होता है। अगर ये हार्मोन असंतुलित होते हैं, तो क्लॉट्स की समस्या हो सकती है।

प्रबंधन और उपचार (Praband aur Upchar)

अब तक हमने आपको कई जरूरी जानकारी दी है। अब बताते हैं कि इस स्थिति को किस तरह संभाला जा सकता है।

पीरियड में खून के थक्के को रोकने के उपाय (Period Main Khoon Ke Thakke Ko Rokne Ke Upay)

अब हम आपको पीरियड में खून के थक्के को रोकने के उपाय बताने जा रहे हैं। तो ध्यान से पढ़ते रहिए।

  • खाने में आयरन युक्त चीजें शामिल करें
  • पत्तेदार हरी सब्जियां
  • मटर
  • किशमिश
  • खुबानी और बीन्स जैसे आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ जरूर खाएं।

अपनी माहवारी को आसान बनाने और फिट रहने के लिए हर दिन व्यायाम करें। किसी योग एक्सपर्ट से कंसल्ट करने से भी मदद मिल सकती है।

लेकिन ध्यान रखें कि इन स्थितियों में डॉक्टर से सलाह जरूर लें। दोस्तों से पूछकर या खुद से कोई दवा ना लें।

माहवारी के दौरान ब्लीडिंग पैटर्न को लेकर सचेत रहें। अगर आपको कुछ गड़बड़ लगती है, तो खुद से वजह का पता लगाए बिना तुरंत डॉक्टर से मिलें।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

दर्दनाक माहवारी को क्या कहा जाता है?

दर्दनाक माहवारी को डिस्मेनोरिया कहते हैं। इस तरह के पीरियड में गर्भाशय में दर्दनाक सिकुड़न होती है। दर्द इतना ज्यादा होता है कि पीरियड्स में उन्हें घर या ऑफिस का काम निपटाने में भी बहुत दिक्कत होती है इस दर्द के साथ ऐंठन भी होती है और पेट के निचले हिस्से में भी बहुत ज्यादा दर्द होने लगता है।

पीरियड में बहुत ज्यादा खून आने का क्या कारण है?

अगर पीरियड्स के दौरान बहुत ज़्यादा खून आता है, तो हार्मोनल बदलाव, गर्भाशय में कोई समस्या दवाओं के इस्तेमाल से भी यह हो सकता है। अगर आपको लगता है कि आपके पीरियड्स बहुत हैवी हैं, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।

पीरियड्स में ब्लड क्लॉट्स क्यों आते हैं?

एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टोरोन हार्मोन का बैंलेंस बिगड़ने से बच्चेदानी का साइज बढ़ने लगता है जिससे बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होती है और खून के थक्के भी आते हैं। साथ ही प्रेग्नेंसी के दौैरान जब किसी वजह से मिसकैरिज होता होता है, तब भी ब्लीडिंग के साथ क्लॉट्स आने लगते हैं।

पीरियड में खून का थक्का (blood ka thakka) क्यों बनता है?

पीरियड्स के दौरान शरीर में एंटीकोगुलेंट बनता है। यह खून को पतला करके ब्लड क्लॉट को कम करता है। जब एंटीकोगुलेंट बनना कम हो जाते हैं, तो खून के थक्के आना शुरू हो जाते हैं। लेकिन आम तौर पर ये नॉर्मल होते हैं।

क्या पीरियड के दौरान थक्के आना नॉर्मल हैं?

पीरियड्स में निकलने वाले खून के थक्के रक्त कोशिकाओं, गर्भाशय की परत के टिश्यू और खून में प्रोटीन का मिश्रण होते हैं जो इसके फ्लो को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। कुछ मेडिकल कंडीशन खून के बड़े थक्कों का कारण बन सकती हैं और इस स्थिति से में डॉक्टर से तुरंत सलाह लेना सबसे अच्छा होता है।

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